झुंझुनूं एसपी साहब के नाम बहन बेटियों के दो शब्द


भीम प्रज्ञा न्यूज.झुंझुनूं। 
माननीय एसपी श्री जगदीश प्रसाद शर्मा जी साहब आप बड़े भाग्यशाली बन कर पधारें कि आपके आगमन के बाद एक बेबस महिला के पति के हत्यारों को दबोच लिया गया ... जतिन सोनी तो अपनी जिंदगी हार गया था पर ये बात फिर से साबित हो गई कि अपराधी कितने भी शातिर हो अंततः उसका अंत भयावह ही होगा। ये झुंझुनूं जिले के मान सम्मान का प्रश्न भी था। हत्यारों का पकड़े जाने के संदर्भ में हम कहना चाहेंगे कि हमारी खुशी हमारी सोच पर निर्भर है,हम शिकायत कर सकते हैं कि गुलाब की झाड़ियों में कांटें हैं, या खुश हो सकते हैं कि काँटों की झाड़ियों में गुलाब हैं ! यकीन मानिये साहब कि कर्म पथ पर तो कांटे है पर परिणाम गुलाब के फूल की तरह ही है। झुंझुनूं पुलिस का प्रयास कांटो भरा रहा था पर परिणाम कुछ हद तक सुखद रहा। हालांकि जाने वाले की जान तो नहीं लाई जा सकती थीं पर उनके हत्यारे पकड़े गए, यह भी सुकून की बात है। झुंझुनूं हमेशा शांतिप्रिय रहा है पर जतिन की हत्या के बाद  थोड़ा थोड़ा सा संदेह पैदा होने लगा था। साहब इस तरह की घटनाओं का दोहराव नहीं हो,ऐसी सुरक्षा का पुनःनिर्माण हो। कोशिश होनी चाहिए कि इस मिशन में वार्ड वाइज लोगों को जोड़ा जाए। झुंझुनूं जिले के खंड स्तर पर भी यह बड़ा प्रयास किया जा सकता है। ध्यान रहे कि पुलिस विभाग का व्यक्तिगत प्रयास होना चाहिए कि वे स्वयं लोगों से आवेदन आमंत्रित करे कि स्वेच्छा से वे पुलिस के मुखबिर भी बनेंगे और हर कदम पर साथ रहेंगे। ये जिम्मेदारी केवल पुलिस विभाग ही निर्वहन करे क्योंकि कई बार कुछ अन्य विभागों के उत्साही अधिकारी केवल कुछ विशेष लोगों के नाम आगे कर के खानापूर्ति कर देते हैं। महिलाओं को केवल खानापूर्ति के लिए ही नहीं वरन उन्हें इस कार्य में सहभागिता का अवसर भी प्रदान कीजिए । एक महिला दो परिवारों को शिक्षित करती है इसलिए सुरक्षा सेतु के रूप में दुर्गा वाहिनी का प्रारूप तैयार किया जाए। पुलिस कार्यप्रणाली से संबंधित कार्यशाला आयोजित की जाए ताकि महिलाओं को पुलिस कार्यशैली का ज्ञान हो। एस पी साहब जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए जमीन से जुड़ी महिलाओं को जोड़ा जाए क्योंकि वे अपने वार्ड में सक्रिय सहभागिता का निर्वहन कर सकती है। आपका आगमन शुभ रहे, यशस्वी रहे यह ही हमारी शुभकामनाएं है।