ट्रंप यात्रा का सच-अपने चुनाव प्रचार के लिए भारत आया है।

 


भीम प्रज्ञा @खास रिपोर्ट।



अतिथियों के सत्कार में आयोजन होना हमारे देश की सांस्कृतिक परंपरा रही है कि अतिथि देवो भव: परंतु मोदी सरकार ऐसे व्यवहार कर रही है, मानो हम अमरीका के गुलाम मुल्क हैं और हमारा सम्राट आया है! जबकि सच्चाई ये है कि 
ट्रंप सिर्फ अपने चुनाव प्रचार पर भारत आए हैं। उन्हें अमेरिका में होने वाले चुनाव में उन तीस लाख गुजरातियों का वोट हासिल करना है जो वहाँ रहते हैं।
जरा क्रोनोलोजी समझिए, मोदीजी जब अमेरिका जाते हैं तो क्या अमरीकी स्कूलों के बच्चों को इसी तरह तैयारी कराई जाती है? क्या उनके शहर इसी तरह सजाए जाते हैं? क्या विभिन्न राज्यों की ऐसी ही झाँकियाँ निकाली जाती हैं? क्या इसी तरह तीन घंटे के लिए हवाई अड्डा बंद कर दिया जाता है? क्या इसी तरह रेलगाड़ियों को रोक दिया जाता है? क्या इसी तरह सडकों पर दीवारें बना दी जाती हैं? क्या उनकी टीवी की एंकर्स इसी तरह सजधज कर मोदी का गुणगान करती हैं? मोदी जब वहां जाते हैं तो क्या उनके फोटोज़ के ऐसे हॉर्डिंग्स वहाँ की सरकार द्वारा लगाए जाते हैं? 


नहीं!  मोदी जब अमेरिका जाते हैं तो अमेरिका की सरकार एक डालर मोदी की यात्रा पर खर्च नहीं करती जो कुछ नाटक नौटंकी होती है वो भारत सरकार के खर्च पर ही होती है, अमेरिका का जनजीवन पूरी तरह अप्रभावित रहता है। 98% अमेरिकन को पता भी नहीं होता कि उनके देश में कोई राष्ट्राध्यक्ष आया है! 
और आज जब ट्रंप भारत में है तो भारत सरकार प्रति मिनट के हिसाब से जो 47 लाख रुपये बर्बाद कर रही है जो भक्तों के भगवान ने चाय बेच बेच कर नहीं कमाया वो मेहनतकश भारतीय टैक्सपेयर की मेहनत की कमाई है, जो उसके शिक्षा और स्वास्थ्य के बजट पर खर्च होना चाहिये थी, मगर हो रही है ट्ंप के चुनाव प्रचार पर!


सबसे बडी मूर्खता तो ये है कि जब मोदी अमेरिका जाते हैं तो हाऊडी मोदी का नारा लगाने वाले बेचारे भारतीय ही होते हैं एक भी अमेरिकन नहीं होता है और आज जब ट्ंप भारत में हैं तब नमस्ते ट्ंप करनेवाले भी सिर्फ भारतीय ही हैं एक भी अमेरिकन नहीं!


इस मूर्खता की बडी बजह है कि भारत में भक्त सरकार से सवाल करना ही नहीं जानते वे बस सरकार का भजन करना जानते हैं!
वो जानना ही नहीं चाहते कि उनके अपने सौ दो सौ करोड़ बर्बाद करने के बाद भारत को इस यात्रा से क्या हासिल हो रहा है?


क्योंकि उन्हें वाट्सएप यूनिवर्सिटी और गोदी मीडिया द्वारा रोज सुबह शाम दिमागी खुराक दी जाती है कि मोदीजी का दुनियाभर में डंका बजना बदस्तूर जारी है!
 जादू है नशा है मदहोशियाँ हैं!