भीम प्रज्ञा न्यूज.सादुलपुर। उपकारागृह राजगढ मेें प्रजापिता ब्रहम्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सादुलपुर की ओर सें बंदियों के लिए राजयोग शिविर का शुभारंभ मंगलवार को जेलर प्रेमनारायण शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य वक्ता राजयोगिनी देवी बहिन ब्र.कु. शोभा नें राजगढ उपकारागृह के बंदियों को समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभानें के लिए बंदियों को सुधार के लिए कुछ सकारात्मक विचार पैदा करने की विधि सिखाई तथा राजयोग भी करवाया। राजयोग शिविर में उपस्थित सभी बंदियों नें शांति से प्रवचन सुने तथा प्रश्र उत्तर दिये। प्रथम दिवस पर बंदियों को पुछा गया कि आप कौन है? इस पहली को सुलझाते हुए उन्हे बताया कि आप देह नहीं एक आत्मा हो तथा नौ माह गर्भ जेल मेें बिताये हैं, लेकिन उस कष्ट को हम भूल गये हैं। मनुष्य आत्मा के बंधन में बार-बार आता है, लेकिन इस बंधन सें मुक्त कैसे हो, इसका समाधान सिवाय परमात्मा ‘शिव’ की समस्त आत्माओं को उसका असली स्वरूप एवं पहचान तथा उसका निवास कहा है, इसकी विस्तृत जानकारी प्रथमतरू दी गई। बंदियों की जिज्ञासा आगे जाननें की ओर रही, जिसका समाधान द्वितीय शिविर में किया जायेगा। कार्यक्रम में ब्र.कु. सुशीला बहिन नें संस्था का परिचय दिया तथा कार्यक्रम के आयोजन के लिए जेलर प्रेमनारायण शर्मा ने संस्था का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट बृजमोहन शर्मा ने किया।