कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण में जूटे - डॉ नरेंद्र सिंघोया     


  आपको सेल्यूट !


भीम प्रज्ञा मीडिया हेल्पलाइन के जरिए कोविड-19 के योद्धा सेल्यूट डॉक्टर साहब स्तंभ में आज आपसे मुलाकात हो रही है  डॉ नरेंद्र सिंघोया से।
    डॉ सिंघोया पिछले 3 महीनों से झुंझुनूं  जिले की सेंटर जेल में डिस्पेंसरी प्रभारी हैं। समस्या जेल में कैदियों की सघनता और कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना से बचाने हेतु बड़े प्रयत्नशील है। 


    कोविड-19 का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंस है कैदियों की बड़ी समस्या एक ही बैरक में 60 से अधिक लोगों को ठहराया जाता है। पॉपुलेशन डेनेस्टी समस्या निदान  के लिए प्रशासन सतर्क है। डॉ सिंघोया अब तक जेल के कैदियों के स्कैनिंग कर चुके हैं। पुराने कैदियों को अलग और नए कैदियों को अलग-अलग बैरिक में व्यवस्थित कर उनके स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट तैयार कर चुके हैं। 
  डॉ नरेंद्र सिंघोया झुंझुनूं जिले के चिकित्सा महकमे में कोई नया नाम नहीं। जी हां ! वही डॉ सिंघोया जो बगड़ के पास इस्लामपुर गांव की जर्जर हस्पताल को आदर्श पीएससी बनाकर कायाकल्प अवार्ड और राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के दौरान राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई लाखों रुपए का पुरस्कार दिलाने के कीर्तिमान स्थापित करने वाले डॉक्टर साहब हैं। 
   डॉ  सिंघोया के प्रयासों बने इस्लामपुर पीएससी को राजस्थान का मॉडल पीएससी के रूप में जाना जाता है। राजस्थान सरकार के चिकित्सा विभाग के प्रशासनिक प्रशिक्षणार्थी ने कई बार भ्रमण किया है। जहां पिछले साल से लगातार 3 साल के लिए तीन-तीन लाख रुपए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वस्त कार्यक्रम तथा कायाकल्प अवार्ड में दो दो लाख का पुरस्कार जीतने वाले हॉस्पिटल के चिकित्सा प्रभारी रहे हैं। डॉ  सिंघोया के प्रयासों से हॉस्पिटल परिसर में पेड़ पौधे व जड़ी बूटी तथा फलदार व औषधीय पौधों को लहराते हुए देखा जा सकता है।


    डॉ सिंघोया ने कम उम्र में ग्रामीण आंचल के चिकित्साकर्मियों में आमजन में अनूठी पहचान कायम की हैं। मधुर स्वभाव और मिलनसार व्यक्ति , अपनी प्रखर बुद्धि तथा प्रज्ञावन तार्किकता के जरिए परामर्श एवं काउंसलिंग से लोगों का दिल जीतने में माहिर हैं।  सोशल मीडिया पर भी लोगों की जानकारी के लिए स्वास्थ्य के अनेकों बार टिप्स देते हुए देखे जा सकते हैं।
   डॉ  सिंघोया की धर्मपत्नी रितिका जोधपुर सेशन कोर्ट में सिटी मजिस्ट्रेट पद पर कार्यरत हैं। पिता बनवारी लाल सिंघोया नागौर में बैंक अधिकारी व माता मोहिनी देवी आदर्श ग्रहणी है। डॉ नरेंद्र सिंघोया मूल रूप से मंड्रेला के रहने वाले हैं। भीम प्रज्ञा मीडिया हेल्पलाइन कोविड-19 संग्राम के इस योद्धा को एप्रिशिएट करता है। सेल्यूट करता है।