सिंघानिया यूनिवर्सिटी एंड मेडिकल रिसर्च हॉस्पिटल के एमबीबीएस स्टूडेंट के जज्बे को सेल्यूट।
भीम प्रज्ञा न्यूज़ पचेरी।
सारी दुनिया कोरोना वायरस कोविड-19 के खौफ से भयभीत है। वही मेडिकल डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स, कंपाउंडर एवं सफाईकर्मी योद्धा बनकर इस त्रासदी से मानव सभ्यता को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन इस संग्राम में मेडिकल के स्टूडेंट भी मानवता सेवा करने में पीछे नहीं है।
सिंघानिया यूनिवर्सिटी एंड मेडिकल रिसर्च हॉस्पिटल में एमबेबीएस की पढ़ाई कर रहे विवेकानंद हॉस्टल के छात्रों ने सेवाभावी के हाथ बढ़ाते हुए मैस में खाना पकाने, सब्जी बनाने व पैकिंग करते नजर आए। एमबीबीएस के छात्र नितेश महावर, रितेश सिंह चौहान, हितेश सैनी, ऑल अफ्रीकी इस्लाम, अयाज आलम, प्रदीप पाटीदार, चमन कुमार, अविनाश सिंह चौहान, व नाइजीरिया के स्टूडेंट बामसेक जाॅहन, इमामुल अरिहुर, दिनेश अबीमल्च भी आगे आए।
स्टूडेंट्स ने भीम प्रज्ञा को बताया कि लोक डाउन के चलते एवं सुरक्षा की दृष्टि से हॉस्पिटल में ड्यूटी नहीं लगी हुई है। हमें डॉक्टर के सेवा प्रोफेशन को चुनना है, तो मानवता की भलाई के लिए अच्छे काम करें। इसलिए सभी एमबीबीएस के स्टूडेंट्स ने में सिंघानिया यूनिवर्सिटी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रोगियों के लिए खाना पकाने पैकिंग करने व हॉस्पिटल में पहुंचाने तथा यूनिवर्सिटी के सामाजिक सरोकारों के तहत जरूरतमंद एवं फुटपाथ ही जिंदगी जीने वाले लोगों के लिए खाना बनाकर उन्हें बांटने के लिए फील्ड में भी जाने की जिम्मेवारी ली हुई है। उन्होंने स्वयंसेवी के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
*इनका कहना है*
यूनिवर्सिटी के सामाजिक सरोकारों के तहत जरूरतमंद एवं फुटपाथी जिंदगी जीने वाले लोगों के लिए खाना पहुंचाने के लिए एमबीबीएस के स्टूडेंट फील्ड में जा रहे है। हॉस्टल के स्टूडेंट सेवा भाव से खाना बनाने में मदद कर रहे हैं। उनके सहयोग से रोगियों तक खाना पहुंचता है। और बाहर जरूरतमंद लोगों तक खाना पहुंचाने में मदद मिल रही है। इसलिए ऑल स्टूडेंट्स के इस सराहनीय कार्य को अप्रीसेट करते हैं।
*-डॉ आनंद यादव चिकित्सा प्रभारी मेडिकल रिसर्च डिपार्टमेंट*
यूनिवर्सिटी के मेडिकल हॉस्टल का मैस चलाता हूं। लोक डाउन के चलते बाहर के कुक व स्टॉप चला गया। आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने पर हॉस्पिटल में रोगियो के खाने बनाने के अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली है। कम स्टाफ के खाना बनाने में व रोगियों तक पहुंचाने में दिक्कतें आ रही थी। भला हो एमबीबीएस के विद्यार्थी को जो मानवता की भलाई के लिए मदद कर रहे हैं। इनके सेवाभावी विचारों से जहां हमें मदद मिल रही है। मैं एमबीबीएस के स्टूडेंट्स का शुक्रिया अदा करता हूं।
- *अरविंद बंसल, मैस इंचार्ज।*
लॉक डाउन के चलते हमारे हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड में पेशेंट को खाना पहुंचाने व बनाने तथा यूनिवर्सिटी के सामाजिक सरोकारों में वॉलिंटियर के तौर पर काम करने में हमें अच्छा लग रहा है। इस समय देश में जाम महामारी फैल रही है वहां हमारे सीनियर डॉक्टर बॉस संक्रमित पेसेंट का ट्रीटमेंट कर रही हैं तो हमारी रिस्पांसिबिलिटी बनती है इस समय हम कुछ हेल्प कर सकें हम खुश होकर खाना बनाने व पैकिंग करने का काम करते हैं
- *स्टूडेंट्स डेलिगेशन* , विवेकानंद हॉस्टल