क्या मोदीस्वामी विवेकानंद का अनुसरण कर रहे हैं ?
भीम प्रज्ञा न्यूज़@जयंत खाखरा, खेतङी ।
स्वामी विवेकानंद जब खेतड़ी आए खेतड़ी नरेश राजा अजीत सिंह से उनकी प्रगाढ़ मित्रता हो गई और दोनों गुरु शिष्य भी बने स्वामी विवेकानंद खेतड़ी के फतेह विलास महल में एक आम सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं सूक्ष्म रूप में विद्यमान रहूंगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं । प्रधानमंत्री बनने से पहले उसी फतेह विलास महल में आकर नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं यहां आकर अपने आपको अभिभूत महसूस कर रहा हूं यह उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके भी कहा था ।इस वैश्विक महामारी में प्रधानमंत्री देशवासियों में ऊर्जा का संचार करने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं थाली, ताली बजाना, दीपक जलाना जैसे कार्य में देशवासियों को एकजुटता का संदेश दे रहे हैं। ऐसा ही कुछ स्वामी विवेकानंद ने किया था जब उस समय प्लेग की बीमारी फैली थी। उस समय स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि देश के जो भी महात्मा है वे उपवास रखकर देशवासियों को भोजन करवाएं हो सके तो बेलूर मठ को बेच दिया जाए और उन्होंने प्लेग बीमारी से पीड़ित लोगों की जी जान से सेवा की थी। उस समय बीमारी से भारत में बहुत कम मौतें हुई थी जबकि अन्य देशों में काफी लोग ज्यादा संख्या में मरे थे और वही अब भारत में होने जा रहा है कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर जो योजनाएं बनाई है लोक डाउन कर रखा है तो निश्चित है इस महामारी से भारत जीतकर विश्व में एक बार फिर नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।