भीम प्रज्ञा न्यूज़@अजीत भूपेश।
बुहाना तहसील के गांव सांवल की ढाणी में उपखंड का एकमात्र जीवित सुभाष चंद्र बोस की टीम के सिपाही ने बुधवार को अंतिम सांस ली। बुधवार शाम 6:00 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। स्वतंत्रता सेनानी सुल्तानराम नेहरा 104 वर्ष के थे । जानकारी के अनुसार उनका जन्म 30 दिसंबर 1916 में हुआ। 1939 में ब्रिटिश इंडियन आर्मी में भर्ती हुए फिर 1943 में इंडियन नेशनल आर्मी में भर्ती हुए। फिर 1949 में भारतीय सेना में भर्ती हुए और इनकी पत्नी झीमली देवी देवी भी 102 वर्ष की है। जो वह जीवित है। स्वतंत्रता सेनानी सुल्तानाराम के एक भाई है जो सूबेदार उमेद सिंह भी आर्मी में थे। स्वतंत्रता सेनानी के 5 पुत्र हैं, जो पांचो बेटे आर्मी में सेवाएं दे चुके है। स्वतंत्रता सेनानी सुल्तानराम को मुखाग्नि उनके पोते योगेंद्र सिंह ने दी।
इस अवसर पर सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, आरएन अरविंद पूर्व आईएएस, बुहाना एसडीएम सुप्रिया, डिप्टी ज्ञान सिंह , पचेरी एसएसओ गोपाल सिंह थालौर, तहसीलदार बंशीधर योगी, नायब तहसीलदार रूप चंद मीणा, हल्का पटवारी सेडूराम सैनी, बुधवार पटवारी श्रवण सैनी उपस्थित रहे, ग्रामीणों में दिलबाग सिंह जगराम दर्शन लोकेश कैलाश गुर्जर शंकर लाल गुर्जर विनोद विक्रम सिंह काशीराम तस्वीर सिंह एवं गांव के काफी लोग उपस्थित रहे। फिजिकल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर सलामी दी।
फाइल फोटो